आखिर कैसे यूनिवर्सिटी के अंदर कुछ नकाबपोश घुस आते है और कैसे वो हमला कर गायब हो जाते है? आखिर वहा की सुरक्षा व्यवस्था से कहा चूक हो जाती है।
आज 5जनवरी 2020 को JNU में रजिस्ट्रेशन का आखरी दिन था और कुछ छात्रों द्वारा वहां के सर्वर को को बंद कर दिया गया जिससे इंटरनेट सेवा बंद होगी। उसके बाद कुछ छात्रोके आपस मे हाथापाई की भी तस्वीरे और वीडियो बाहर आती है और अंधेरा होते होते कैम्पस के अंदर कुछ नकाबपोश वहां के छात्रों पर हमला कर देती है जिससे कुछ छात्र गंभीर रूप से घायल हो जाते है। इस घटना के तुरंत बाद अलग अलग राजनीतिक दलों के नेता अपने ट्वीटर से और बयानों से #RSS और #BJP के ऊपर इस हमले का आरोप लगाती है। साथ ही में जामिया , #AMU , #DU के कुछ छात्र JNU के बाहर इकठ्ठा हो जाते है और विपक्ष राजनीतिक दलों के सुर में #BJP और #RSS पे हमले के आरोप लगाना शुरू कर देती है।
इन सबके बीच वहां #Bhim_Armi भी पहुँच अपना राजनीतिक रोटी सेकना चालू कर देती है।
सवाल तो बहुत उठेंगे, कही ये उन राजनीतिक दलों की खीज तो नही जो #CAA का विरोध कर रही है। जिस तरह #CAA पर गुमराह कर हिंसा फैलाई गई उसी तरह JNU में फिर से इस घटना से आग लगाने की साजिश की जा रही हो । साथ ही इसका एक पहलू ये भी है कि दिल्ली में चुनाव भी नजदीक आने वाले है।
खैर ये घटना बहुत ही निंदनीय है और इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी चाहे कोई भी हो उसपर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।